उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं रह गया है। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी राज्य में दोबारा अपनी वापसी के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार जनसभाएं कर रहे हैं व लोगों से जुड़ने और उनका दिल जीतने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। यूपी विधानसभा चुनाव के सिलसिले में ही मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ ने अंजना ओम कश्यप को भी इंटरव्यू दिया था, जहां पत्रकार ने उनसे पूछा कि उन्हें यूपी में मुख्य मुकाबला किससे लगता है।

अंजना ओम कश्यप ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल किया, “आपको चिंता सता रही थी कि विपक्ष है भी या नहीं? तो आपको मुख्य मुकाबला किससे लगता है? तीनों प्रतिद्विंदी आपके हैं, उनपर एक-एक टिप्पणी हो जाए।” उनकी बात का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “मैं टिप्पणी किसी पर भी नहीं करूंगा। हर राजनैतिक दल को अपने एजेंडे के तहत चुनाव लड़ने का अधिकार है।”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी बात को बढ़ाते हुए आगे कहा, “2014, 2017 और 2019 के चुनाव आप सभी के सामने है। 2014 में समाजवादी पार्टी सत्ताधारी दल था, बड़े दम-खम के साथ वे मैदान में आए थे। 2017 में दो लड़कों की जोड़ी चुनाव मैदान में भाजपा के खिलाफ आई थी। जनता ने उन्हें बुरी तरह से यहां से ठुकराया था।”

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान में अखिलेश यादव और मायावती पर तंज कसते हुए आगे कहा, “2019 में बुआ और बबुआ की जोड़ी आई थी, उसे भी जनता ने ठुकरा दिया था। सबसे बड़ी बात यह 2019 के चुनाव में जो देखने को मिली थी, वह यह कि जिस भाजपा को लोग कहते थे कि ये केवल 15 से 16 सीटें जीतेगी। उसी बीजेपी ने 64 सीटें जीती थीं।”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए आगे कहा, “80 में से 64 सीटें भाजपा ने जीती थीं। नंबर दो पर आने वाली पार्टी बहुजन समाज पार्टी थी, जिसने 10 सीट जीती और नंबर तीन पर सपा थी, जिसे लोग मानते थे कि यह नंबर एक की लड़ाई लड़ेगी। मुझे भय है कि अपने कृत्यों से कहीं समाजवादी पार्टी नंबर 4 पर न चली जाए।”