रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है और यूक्रेनी न्यूज एजेंसी उक्राप्रावदा के अनुसार यूक्रेन के सुरक्षाबलों ने अपने ही वार्ताकार की हत्या कर दी है। यूक्रेन के सुरक्षाबलों ने डेनिस किरीव को मार डाला है। डेनिस किरीव रूस-यूक्रेन के बीच संपन्न हुई दो दौर की बातचीत में भी शामिल थे। डेनिस किरीव पर दगाबाजी का शक था और इसके कारण यूक्रेन के सीक्रेट सर्विस के लोगों ने डेनिस की हत्या कर दी।
डेनिस पर शक था: डेनिस किरीव की हत्या पर यूक्रेन के एक सांसद ने कहा है कि डेनिस पर पहले से ही शक था कि पुतिन के लिए काम कर रहे हैं और उन्होंने यह सवाल भी पूछा कि डेनिस किरीव कैसे वार्ताकार के रूप में बातचीत के लिए पहुंचे, जब उन पर पहले से ही पुतिन के लिए काम करने का आरोप है।
जरूरत पड़ी तो हथियार उठाने को तैयार: रूस के एक नागरिक ने समाचार चैनल आजतक से बातचीत के दौरान कहा कि हमें पता था कि युद्ध होगा लेकिन यह नहीं पता था कि इस तरीके से युद्ध की शुरुआत होगी। यूक्रेन के नागरिक ने कहा कि पोलैंड बॉर्डर पर अपने परिवार को छोड़ कर आया हूं और अपने देश वापस लौट रहा हूं, ताकि मैं लड़ाई में हिस्सा ले सकूं। मैं भी हथियार उठाने के लिए और रूस के खिलाफ लड़ने को तैयार हूं।
जब रिपोर्टर पर सेना ने तान दी बंदूक: आज तक समाचार चैनल के एक पत्रकार यूक्रेन से रिपोर्टिंग कर रहे थे, उसी दौरान यूक्रेन की सेना ने उन पर बंदूक तान दिया। बाद में सेना ने पत्रकार से उनके कागजात मांगे और बाद में डॉक्यूमेंट वेरीफाई करने के बाद ही उन्हें छोड़ा गया। यह घटना लाइव रिपोर्टिंग के दौरान हुई।
सुमी में 700 भारतीय छात्र फंसे: यूक्रेन के सुमी में करीब 700 भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। इन सभी छात्रों को वहां पर काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि सुमी में काफी अधिक बर्फबारी हो रही है ,जिसके कारण पानी के लिए भी छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया है कि खारकीव से भारतीय छात्रों को निकाला जा चुका है। पिसोचिन से भी कुछ घंटों में सभी का रेस्क्यू हो जाएगा। सुमी पर सरकार का जोर है और सरकार कई विकल्पों पर विचार कर रही है, जिसमें सुरक्षा सबसे ऊपर है। साथ ही विदेश मंत्रालय ने बताया कि छात्र सुरक्षित जगह पर है, यह राहत की बात है और सरकार लगातार उनके संपर्क में है।