Saturday, December 21, 2024
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संपत्तियों पर बुलडोजर चलाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची Jamiat Ulama-e-Hind, और फिर…

नीना जैन/सहारनपुर: जमीयत उलमा ए हिंद हिंसा जैसी आपराधिक मामलों में शामिल होने वाले या संदेह के घेरे में आने वाले व्यक्तियों के घरों या फिर प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चलाए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. कोर्ट में दायर की गईयाचिका में बुलडोजर के इस्तेमाल को अपराध रोकथाम की आड़ में अल्पसंख्यकों, खासकर मुसलमानों को निशाना बनाने की साजिश बताया गया है.

बिना कोर्ट की इजाजत के नहीं गिराया जाए घर या मकान
याचिका में कहा गया है कि राज्यों को आदेश दिया जाए कि बिना अदालत की अनुमति के किसी का घर या दुकान को ना गिराया जाए. इसमें जमीयत उलेमा ए हिंद कानूनी इमदाद कमेटी के सचिव गुलजार अहमद आजमी वादी बने हैं. मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि अपराध रोकने की आड़ में अल्पसंख्यकों को तबाह करने के उद्देश्य से बुलडोजर की खतरनाक राजनीति शुरू हुई है. अरशद मदनी का कहना है कि यूपी में बुलडोजर की राजनीति पहले से ही चल रही है, लेकिन अब यह नापाक हरकत गुजरात और मध्य प्रदेश में भी शुरू हो गई है.

एमपी के खरगोन में हुई थी हिंसा
अभी हाल ही में मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में रामनवमी के मौके पर एक जुलूस के दौरान अत्यधिक भड़काऊ नारे लगाकर हिंसा शुरू की गई और फिर राज्य सरकार के आदेश पर मुसलमानों के घरों और दुकानों को ढहा दिया गया. दूसरी तरफ, एमपी सरकार अपने इस कार्य का बचाव कर रही है.

याचिका में इन राज्यों को किया गया नामित
याचिका में केंद्र सरकार के साथ-साथ यूपी, एमपी और गुजरात राज्यों को प्रतिवादी के रूप में नामित किया गया है. इसे एकतरफ़ा कार्रवाई बताते हुए जमीयत कहती है कि मुसलमानों के घरों और दूकानों को ढहाया गया, इसी वजह से अब उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है.

देश के हालात पर ये बोले मदनी
देश में खराब होते हालात को लेकर मौलाना अरशद मदनी ने कहा है कि धार्मिक उग्रवाद और नफ़रत की एक काली आंधी पूरे देश में चलाई जा रही है, अल्पसंख्यकों विशेषकर मुसलमानों को भयभीत करने की जगह-जगह साज़िशें हो रही हैं.मौलाना मदनी ने कहा कि सांप्रदायिकों द्वारा मुसलमानों का जीना दूभर किया जा रहा है और केन्द्र सरकार इस तरह ख़ामोश है.

अमित शाह को भी लिखा था पत्र
सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने से पहले जमीयत उलेमा ए हिंद ने गृह मंत्री अमित शाह को भी पत्र लिखा था. गृह मंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि खरगोन में अब मुस्लिमों के घरों और बाकी सम्पत्तियों पर बुलडोज़र चलाया जा रहा है जो एक चिंता का सब्जेक्ट है. पत्र में कहा गया कि मुसलमानों की संपत्तियों को निशाना बनाया जा रहा है.